AVADHUTA GITA

AVADHUTA GITA


निष्कम्पकम्पनिधनं न विकल्पकल्पं

स्वप्नप्रबोधनिधनं न हिताहितं हि।

निःसारसारनिधनं न चराचरं हि

ज्ञानामृतं समरसं गगनोपमोऽहम्।।16।।

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