AVADHUTA GITA

AVADHUTA GITA




निष्कर्मकर्मदहनो ज्वलनो भवामि

निर्दुःखदुःखदहनो ज्वलनो भवामि।

निर्देहदेहदहनो ज्वलनो भवामि

ज्ञानामृतं समरसं गगनोपमोऽहम्।।9।।

[edit_node]